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Friday, May 9, 2025
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    जगन्नाथ रथ यात्रा 2024: आस्था और भक्ति का महासंगम | Jagannath Rath Yatra

    जगन्नाथ रथ यात्रा, एक ऐसा त्योहार है जो भारतीय संस्कृति और आस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह यात्रा ओडिशा राज्य के पुरी में भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथों पर आरंभ होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि इस वर्ष 2024 में जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन कब और कैसे होगा, इसके महत्व, और इससे जुड़े इतिहास के बारे में। Jagannath Rath Yatra

    जगन्नाथ रथ यात्रा का महत्व (Jagannath Rath Yatra)

    जगन्नाथ रथ यात्रा हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह यात्रा भगवान जगन्नाथ को समर्पित है, जिन्हें विष्णु और कृष्ण का अवतार माना जाता है। रथ यात्रा के दौरान, भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को तीन अलग-अलग भव्य रथों पर बैठाया जाता है और उन्हें गुंडिचा मंदिर तक ले जाया जाता है। यह यात्रा 9 दिन की होती है और इसे देखने के लिए लाखों भक्त पुरी में इकट्ठा होते हैं।

     जगन्नाथ रथ यात्रा का
    Image Source: saurabhdalviphotography

    जगन्नाथ रथ यात्रा 2024 की तिथि

    इस वर्ष 2024 में जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन 7 जुलाई से शुरू होगा और समापन 16 जुलाई को होगा। यात्रा की शुरुआत ‘आषाढ़ शुक्ल द्वितीया’ से होती है, जिसे ‘रथ यात्रा’ के नाम से भी जाना जाता है, और समाप्ति ‘बाहुड़ा यात्रा’ के दिन होती है

    रथ यात्रा का इतिहास

    जगन्नाथ रथ यात्रा की परंपरा सैकड़ों वर्षों से चली आ रही है। कहा जाता है कि इस यात्रा की शुरुआत 12वीं शताब्दी में हुई थी। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा, अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं और वहां कुछ दिन बिताते हैं। इस यात्रा के पीछे यह मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ, अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए रथ पर बैठकर निकलते हैं, जिससे उन सभी भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो मंदिर नहीं आ सकते।

    Jagannath Rath Yatra,  जगन्नाथ रथ यात्रा का
    Image Source: saurabhdalviphotography

    रथों की भव्यता और निर्माण

    जगन्नाथ रथ यात्रा में इस्तेमाल होने वाले रथ बहुत ही भव्य और विशाल होते हैं। ये रथ लकड़ी से बनाए जाते हैं और हर साल नए रथों का निर्माण होता है। भगवान जगन्नाथ का रथ ‘नंदीघोष’ के नाम से जाना जाता है, बलभद्र का रथ ‘तालध्वज’ और सुभद्रा का रथ ‘देवदलन’ कहलाता है। रथों का निर्माण पुरी के कारपेंटर समुदाय द्वारा किया जाता है, जो पीढ़ियों से इस काम को करते आ रहे हैं।

    Jagannath Rath Yatra, जगन्नाथ रथ यात्रा का
    Image Source: saurabhdalviphotography

    रथ यात्रा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था

    जगन्नाथ रथ यात्रा में बड़ी संख्या में भक्तों के शामिल होने के कारण सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाता है। पुलिस और प्रशासन द्वारा यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं। इसके अलावा, भक्तों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य सेवाएं, पानी और भोजन की व्यवस्था भी की जाती है।

    समापन

    जगन्नाथ रथ यात्रा एक ऐसा पर्व है, जो न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का जीवंत उदाहरण भी है। इस यात्रा के माध्यम से भक्त भगवान के निकट होने का अनुभव करते हैं और उनकी भक्ति और श्रद्धा को और मजबूत करते हैं। अगर आप भी इस वर्ष 2024 में इस भव्य यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो पुरी का दौरा जरूर करें और भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त करें।

    जगन्नाथ रथ यात्रा 2024 के लिए आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं! Jagannath Rath Yatra


    अस्वीकरण:

    जगन्नाथ रथ यात्रा भारतीय संस्कृति और आस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से है, जिसमें 2024 की रथ यात्रा, उसके महत्व और इतिहास के बारे में बताया गया है। उल्लेखित तिथियां, घटनाएं और रस्में पारंपरिक स्रोतों पर आधारित हैं और इनमें परिवर्तन संभव है। सटीक जानकारी और अद्यतनों के लिए कृपया आधिकारिक स्रोतों का संदर्भ लें या पुरी, ओडिशा में यात्रा के दौरान जानकारी प्राप्त करें।

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